शातिर चोर को पकड़ने के लिए गुजरात की अहमदाबाद पुलिस मध्य प्रदेश पहुंची आरोपी की शिनाख्त के लिए पुलिस वाले 2 दिन तक सब्जी और गुब्बारा बेचते रहे। फिर जैसे ही चोर बहार निकाला दबोच लिया।
शातिर बदमाशो को पकड़ने के लिए पुलिस को नए-नए हथकंडे अपनाने पड़ते है। कभी खुफिया अभियान चलाकर कभी बहरूपिया बनकर पुलिस अपने मिशन को कामयाब करती है। ऐसा ही एक मामला अहमदाबाद से सामने आया है। अहमदाबाद पुलिस की स्ट्रेटर्जी जानकर हर कोई हैरान है। दरअसल शातिर चोर को पकड़ने के लिए गुजरात पुलिस मध्य प्रदेश के ग्वालियर पहुंची। 2 दिन तक पुलिस वाले सब्जी और गुब्बारे बेचते रहे और जैसे ही चोर सामने आया, पुलिस वालो ने उसे दबोच लिया। पिछले दिनों आरोपीने अहमदाबाद के एक वलिक के घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।
जानकारी के मुताबिक, 2 दिन पहले चोर अहमदाबाद के एक वकील के घर से डेढ़ लाख केस और जेवरात लेकर फरार हो गया था। जिसके बाद पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद सोला पुलिस स्टेशन ने मामले की जांच शुरू की। इलाके के 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के बाद, पुलिस को पता चला कि एक्टिवा स्कूटर पर चोर चाय पीने के लिए कई जगहों पर रुका था। बाद में गोलगप्पे बेचने वाले एक्टिवा स्कूटर के मालिक की पहचान की गई। पूछताछ करने पर गोलगप्पे चलाने वालाने बताया कि गांव के एक दोस्त ने हाल के दिनों में एक्टिवा का इस्तेमाल किया था और एक दिन पहले ही वह मध्य प्रदेश लौटा था। चोर की पहचान अशोक शर्मा के रूप में हुई है, जो चोरी करने के बाद ग्वालियर में अपने गांव लौट आया था। इसके बाद आरोपी को पकड़ने के लिए अहमदाबाद पुलिस की एक टीम ग्वालियर रवाना की गई। गांव पहुंचने के बाद, अशोक शर्मा पर नजर रखने के लिए पुलिस वालो ने सब्जी और गुब्बारा बेचने वाला बनकर रेकी शुरू की।
अहमदाबाद पुलिस के एक अधिकारीने बताया कि " जब पुलिस आरोपी गतिविधियों पर नजर रख रही थी, तब शर्माने अपने दोस्त (गोलगप्पा विक्रेता) को फोन किया और पूछा कि क्या पुलिस उसके घर पहुंची है। दोस्त ने पुलिस को शर्मा की कॉल के बारे में बताया और पुलिस ने आरोपी के घर के बारे में अंदाजा हो सके।"
हर तरीके से शिनाख्त करने के बाद जैसे ही आरोपी घर से निकाला, पुलिस ने उसके जूते से उसे पहचान लिया और दबोच लिया। पूछताछ करने पर शर्मा ने चोरी बात कबूल कर ली और चोरी का माल पुलिस को सौंप दिया है।
सोला पुलिस के पीएसआई डी. गड़वी ने बताया कि आरोपी घनी आबादी वाले इलाके में रहता था, जिससे उसके घर तक सीधी पहुंच मुश्किल थी। इसलिए पुलिस ने शर्मा की गतिविधियों पर प्रभावी ढंग से निगरानी रखने और उसे पकड़ने के लिए पुलिस को रूप बदलना पड़ा।